काशी विद्वत परिषद की ठेकेदारी और धर्म में राजनीतिक हस्तक्षेप के संस्थान ! जब सम्प्रदाय कमजोर हो जाते हैं और उनमे ज्ञान विज्ञानं का विकास अवरुद्ध हो जाता है तो राजनीतिक शक्तियाँ उन पर कब्जा करने लगती हैं. काशी विद्वत परिषद वाराणसी में स्थित एक विद्वानों का मंच बन कर उभरा, यह ब्राह्मणों का सन्गठन है जो वैदिक ज्ञान के संरक्षण और प्रसार का कार्य करता है. यह संस्था ज्योतिष और पंचांग से जुड़े मामलों पर निर्णय लेती है लेकिन धर्म में दखल देती है और राजनीतिक विचारधारा के अनुसार अपने बाबा भी घोषित करती है यहाँ तक कि रामानुजाचार्य पद भी देती है. इस संगठन ने कुछ धूर्त बाबा भी बनाये और आरएसएस के सहयोगी के रूप में कार्य करते हैं. यह वीडियो इसी से सम्बन्धित है. @gargastro @rajeshshuklagarg
काशी विद्वत परिषद की ठेकेदारी और धर्म में राजनीतिक हस्तक्षेप के संस्थान !
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