
बुध ग्रह जनित दोष प्रबल हों तो अनेक समस्याएं होती है और अनेक रोग होते हैं. बुध ग्रह बुद्धि, वाणी, संचार, शिक्षा और व्यापार का कारक माना जाता है. इसके कमजोर होने से व्यापार में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इसके अनेक उपाय बताये जाते हैं लेकिन इसके यहाँ दो बेहतर उपाय बताये जा रहे हैं.
1-बुध ग्रह के अधिदेवता विष्णु हैं. बुध जनित दोषों के लिए विष्णु पूजा करनी चाहिए. घर में तुलसी लगा कर उसके नीचे एक दीपक सायं जलाना और विष्णु को अर्पित कर प्रतिदिन तुलसी के पत्तों का सेवन करना चाहिए. वैसे भी तुलसी में अनेक औषधीय गुण होते हैं. आयुर्वेद के अनुसार रोजाना सुबह-सुबह तुलसी की 4-5 ताज़ी पत्तियां तोड़कर चबाकर खाना सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है. तुलसी को हिन्दू धर्म में देवता की पदवी प्राप्त है तो उसके सेवन और पूजन से बुध दोष आवश्य कम होता है.
2-दक्षिण भारत में प्राचीन काल से ज्योतिषी मानते हैं कि मरवे के पत्तों को पीस कर उससे स्नान करने से बुध की शांति होती है. इस पौधे से बहुत तीखी गंध आती है. यह भी एक जंगली तुलसी है. मरुआ को बनतुलसी कहते हैं, यह बबरी की जाति का एक पौधा. यह पौधा बागों में लगाया जाता है. इसकी पत्तियाँ बबरी की पत्तियाँ से कुछ बड़ी, नुकीली, मोटी, नरम और चिकनी होती हैं, जिनमें से उग्र गंध आती है.