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जन्म कुंडली में यदि कुछ अच्छे ग्रहयोग हैं और ग्रह अच्छे स्थानों में हैं तो जातक का जीवन सहज होता है. उसे जीवन में कम से कम मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. यह जन्म कुंडली में ये 11 ग्रहयोग हों तो समझना चाहिए भगवान की कृपा है अर्थात देवता अनुकूल हैं ..

1- चन्द्रमा से आगे या पीछे कोई शुभ ग्रह हो

2-सूर्य से आगे पीछे कोई शुभ ग्रह हो

३- कोई ग्रह वर्गोत्तम हो ( मतलब कुंडली में जिस राशि में हो नवांश आदि वर्ग कुंडलियों में उसी राशि में हो )

4-कुंडली में चार घर में शुभ ग्रह हो लग्न, चौथे, सातवे और दसवे में

5-कोई एक दो योग जैसे वसुमती, पंच महापुरुष इत्यादि योग हो

6-नवम भाव का स्वामी अच्छे घर में हो मतलब लग्न, दसवे , तीसरे घर में हो या ग्यारहवे में हो

7-नवे घर में शुभ ग्रह हों कोई पाप ग्रह न हो और न पाप ग्रह की दृष्टि हो

8-लग्न लार्ड अशुभ स्थान में न हो और पाप ग्रह से पीड़ित न हो
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9-बृहस्पति, बुध, शुक्र, शनि, मंगल, चन्द्र, सूर्य में से कोई एक उच्च का हो और शुभ स्थान में हो ..ये ग्रह किसी भी प्रकार से अशुभ नवांश में न हों

10-लग्न या चन्द्रमा से योगकारक ग्रह चौथे, सातवे, दसवे स्थान पर हो या युत हो

11-लग्न , लग्न लार्ड और चन्द्रमा पापकर्तरी योग में न हों