Spread the love

यह रिपोर्ट बहुप्रसिद्ध खोजी पत्रकार बी स्कोफ़ील्ड (Be Scofield) की रिपोर्ट पर आधारित है. यह पत्रकार कलियुगी कल्ट गुरुओं का पर्दाफाश करने के लिए प्रसिद्ध हैं . इस पत्रकार ने पिछले सात वर्षों में बहुत महत्वपूर्ण और कल्ट गुरुओं पर अब तक की सबसे बड़ी स्टोरी की हैं, जिनमे कुछ HBO और NETFLIX के सीरिज का विषय बने थे. एचबीओ की सीरिज “लव हैज़ वोन” और उनकी आगम योग की रिपोर्टिंग पर बनी नेटफ्लिक्स की सीरिज “अनवेल” काफी चर्चित रहे. उनकी किताब  Hunting Lucifer: One Reporter’s Search for Cults and Demons भी काफी प्रसिद्ध है. यहाँ सद्गुरु जग्गी वासुदेव पर उनकी रिपोर्टिंग “इनसाइड सद्गुरुज कल्ट एम्पायर” के कुछ हिस्से को प्रस्तुत किया गया है –

रेबेका (बदला हुआ नाम) नाम की सद्गुरु जग्गी वासुदेव की एक पूर्व विदेशी महिला भक्त ने पत्रकार को बताया कि सद्गुरु ने उसे विभिन्न स्थितियों में फंसाया और कॉम्प्रोमाइज़ के लिए विवश किया था. रेबेका ने बताया कि, “एक पवित्र तांत्रिक प्रक्रिया’ की आड़ में, जिसमें देह ‘केवल एक यंत्र’ मात्र होता है, मुझे अपना ब्लाउज उतारने के लिए कहा गया और लिए मेरी कमर के चारों ओर बांधने के लिए एक पवित्र धागा दिया गया. यह कहा गया कि शक्ति के ट्रांसमिशन के लिए यह धागा महत्वपूर्ण है.” शक्ति के ट्रांसमिशन के इस अनुष्ठान के हिस्से के रूप में यह महिला सद्गुरु के सामने नग्न थी. सद्गुरु ने कहा कि “यह शिव के साथ बेहतर तरीके से जुड़ने के लिए आवश्यक है.”

“वह एक शिकारी भेड़िया है,” रेबेका ने पत्रकार से कहा. “उसके पास ऐसे पैटर्न हैं जो महिलाओं के साथ बहुत अच्छी तरह से स्थापित हैं. यदि आप उपयोगी हैं, बुद्धिमान हैं, आपके पास शक्ति है, या यदि वह आपकी ओर आकर्षित है, तो वह फंसाने के लिए सभी तरह के जाल बिछाता है.” उस विक्टिम महिला ने जग्गी वासुदेव द्वारा महिलाओं को सेक्स के लिए तैयार करने की क्रमिक प्रक्रिया का वर्णन किया, जिसका वह एक शिकारी की तरह प्रयोग करता था. वह एक विशेष प्रक्रिया स्थापित करता है जो शक्ति को एक्टिवेट करने से शुरू होती है, फिर कुंडलिनी को ऊपर उठाने के लिए एक दो सत्र करता है, और फिर बाद में वह पैरों की मालिश, पीठ की मालिश करता है, या स्नान करने के लिए कहता है. यदि लड़की या महिला विरोध नहीं करती, उसके अनुकूल हो जाती है, तब वह आगे की प्रक्रिया शुरू करता है. इस प्रक्रिया में सेक्स और ऑरल सेक्स भी करता है. सेक्स करने के बाद कहता है “अब तुम सीधे शिव से कनेक्ट हो गई और तुम्हारी चेतना अब विकसित हो जायेगी.”

डैनियल, उन लोगों में से है जो जग्गी वासुदेव अका सद्गुरु का बेहद करीबी रहा है. सद्गुरु ने डैनियल को नित्यानंद को मारने में मदद करने के लिए कहा था. डैनियल ने बताया कि सद्गुरु ने एक महिला पर सेक्स के लिए दबाव डाला था. उसने एक दिन सद्गुरु से कहा -“तुम उस महिला से सेक्स के लिए दबाव डाल रहे हो जबकि वह नहीं चाहती?” सद्गुरु ने कहा “हर महिला सेक्स चाहती है.” डैनियल को यह पता था कि सद्गुरु महिलाओं की कमर में डोरी का उपयोग सेक्सुअल एक्सप्लायटेशन (दैहिक शोषण) के लिए करता है. उसने बताया कि एक महिला उसके बेडरूम से निकली तो डोरी पहनते हुए थी. सद्गुरु के दैहिक शोषण की शिकार करिश्मा नाम की महिला ने बताया कि सद्गुरु ने उससे कहा, “अमेरिकी महिलाएं आसानी से अपने टाँगे फैलाती हैं.”

करिश्मा ने महिलाओं के एक गुप्त समूह के बारे में बताया कि मंदिर की देखभाल करने वाली महिलाओं और लडकियों को लिंग भैरवी कलाकृति के सामने हस्तमैथुन करने का निर्देश दिया जाता है. उसने बताया एक दिन सुबह उसने देखा था कि ओलिविया नाम की विदेशी शिष्या महिलाओं और लडकियों को सिखा रही थी कि हस्तमैथुन कैसे करना है. सद्गुरु ने उनसे कहा, ‘मैं वहां तुम्हारे साथ हूं; यह आपकी उंगलियां नहीं हैं (मेरी हैं ऐसा अनुभव करो)” यह सुनकर वे स्खलित हो जाती हैं.”

करिश्मा ने बताया कि यह योनि द्रव किसी बर्तन में रख कर सद्गुरु के आदेश के अनुसार लिंग भैरवी को भोग ऑफर किया जाता है. लिंग भैरवी जग्गी वासुदेव की एक कलाकृति है जिसका हिन्दू धर्म और शास्त्रों से कोई सम्बन्ध नहीं है. डायना (नाम बदला हुआ) ने पत्रकार को बताया कि सद्गुरु ने उसका यौन उत्पीड़न किया था. डायना ने बताया कि वह टेनेसी आश्रम के एक कमरे में जग्गी से मिलने गई थी. “जग्गी वासुदेव ने मुझे एक कप में कुछ पीने को दिया और नहा कर लाल साड़ी पहनने को कहा था. वह पेय पीने के बाद मैं बेहोश हो गई थी. जब मैं उठी तो सद्गुरु के कमरे के बगल वाले कमरे में बिस्तर पर थी. मेरे साथ बलात्कार हुआ था लेकिन नशे में मुझे उसकी विस्मृति हो रही थी”. ऐसा वाकया कई महिलाओं के साथ हो चूका है. वह सबको नहाने और लाल साडी पहनने के लिए कहता है और फिर नशे में बलात्कार करता है.

जानी मानी पत्रकार को तीन अन्य महिलाओं ने भी सद्गुरु के सेक्सुअल एक्सप्लायटेशन के बारे में विस्तार से बताया है. उन महिलाओं ने बताया कि उन्हें अनादि दीक्षा में नंगा किया गया था. केरी (नाम बदला हुआ) नाम की एक महिला ने कहा, “कमरे में हल्की रोशनी थी. बताया गया कि लडकियों के समूह का चयन सद्गुरु द्वारा किया गया था क्योंकि ये उनके प्रति भक्ति में सबसे अधिक समर्पित थी.” सद्गुरु के एक पूर्व चेले Drew ने खुलासा किया कि ध्यानलिंग मंदिर में दीक्षा प्रक्रिया के दौरान पुरुष और महिला दोनों को नग्न रहना आवश्यक है . उसने बताया कि “पहले सभी कपड़ों के साथ तीर्थकुंड में डुबकी लगाते हैं, फिर सद्गुरु सबके सिर पर अपना हाथ रखता है, फिर सभी चेंजिंग रूम में जाते हैं और नाभि और गुप्त अंग के बालों को शेव करने के लिए कहा जाता है. फिर सभी को अपने गीले कपड़े वापस पहने ध्यानलिंग मंदिर की ओर जाना होता है. सभी मंदिर के गर्भगृह के प्रवेश द्वार के ठीक पहले रुकते हैं और सभी को सारे कपड़े उतारने के लिए कहा जाता है. यह बात पहले नहीं बताई जाती, जब फंसा लिए जाते हैं तब बताई जाती है. नंगे होकर सभी अंदर जाते है और उन्हें केंद्र की ओर सिर करके लेटने का निर्देश दिया गया. सद्गुरु ताली बजाता है जबकि स्वामी गुप्तांगों के ठीक ऊपर हमारे चक्र बिंदु पर दबाव डालता है. इस दीक्षा के बाद मंदिर से बाहर निकाल दिया जाता है. बाहर ही उन्हें चेला के कपड़े दिए जाते हैं. यही प्रक्रिया लड़के और लड़की सबके साथ की जाती है.’

सद्गुरु छोटी बच्चियों को भी नंगी करके दीक्षा देता है. माँ प्रद्युत के इमेल के अनुसार सद्गुरु जब 12-13 साल की लडकी को देखता है तो बलात उसके गुप्त अंग को छूता है और पूछे जाने पर कहता है कि यह स्पर्श उनके चेतना के उत्थान में कुछ करता है. माँ प्रद्युत ने बताया कि उसे लडकियों को लेकर चिंता थी. उसने इसका विरोध किया और सद्गुरु को लिखा था. एक साऊथ फर्स्ट न्यूजपेपर ने सद्गुरु के बाल यौन शोषण पर “बाल यौन शोषण करने वालों का अड्डा” नाम से रिपोर्ट पब्लिश की थी. सद्गुरु के ईशा फाउंडेशन में न केवल बच्चियों का यौनशोषण होता है बल्कि बच्चों का भी होता है. रिपोर्ट में एक महिला ने बताया है कि सद्गुरु कमसिन लड़के भी खोजता है. इस बारे में एक दो केस पहले ही दर्ज हुए हैं. यामिनी नाम की एक वालंटियर ने भी खुलासा किया है और बताया है कि सद्गुरु के कल्ट में बच्चियों का यौन शोषण हो रहा है और यह करने वाले बहुधा सद्गुरु के वालंटियर चेले ही हैं. ईशा फाउंडेशन में बच्चों के साथ मानसिक, शारीरिक और वाचिक हिंसा की जाती है. उनका शोषण किया जाता है. सद्गुरु कोशिश करता है कि बच्चे अपने माता-पिता और परिवार से कभी न मिल पायें.

सद्गुरु का यह कल्ट अत्यंत घिनौना है. इसका धर्म और तन्त्र दोनों से ही कोई सम्बन्ध नहीं है. यह निकृष्ट तामसिक तांत्रिक प्रक्रियाओं को महिलाओं और लडकियों के दैहिक शोषण में प्रयोग करता है. कल्ट गुरु ओशो रजनीश भी इसी तरह सेक्स और ड्रग का उपयोग महिलाओं के शोषण में करता था. रिपोर्ट से यह स्पष्ट है कि सद्गुरु जग्गी वासुदेव भी ड्रग का उपयोग करता है. मादक द्रव्यों द्वारा कमजोर बुद्धि की महिलाओं और लड़कियों को वश में करता है और उनका दैहिक शोषण करता है. शास्त्रों में इस तरह के घिनौने कृत्य कलियुग में शैतानों के कर्म बताये गये हैं.