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अमृतमंथन के समय कलश से अमृत की कुछ बुँदे छलक कर पृथ्वी पर चार स्थान पर गिरी थीं. जिन चार स्थानों पर गिरी थी देश में उन्हीं चार जगहों पर महाकुंभ मेला लगता है. जिसमें हरिद्वार, प्रयागराज, नासिक उज्जैन और शामिल है. यह धार्मिक मेला दुनिया का सबसे बड़ा मेला है. यह हरिद्वार में गंगा के तट पर, प्रयागराज में संगम तट पर, उज्जैन में शिप्रा के तट पर और नासिक में गोदावरी के तट पर महाकुंभ का मेला आयोजित होता है. इन सबमे सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण कुम्भ उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगता है. यहाँ हर 12 साल बाद महाकुंभ मेले का आयोजन किया जाता है. इसके अलावा यहां 3 साल में कुंभ मेले और 6 साल में अर्धकुंभ का आयोजन किया जाता है. 2013 के बाद अब महाकुंभ का आयोजन साल 2025 में किया जा रहा है. मान्यता है कि जो कोई भी कुंभ स्नान करता है तो उसके सभी पाप समाप्त हो जाते हैं और उसे पापों से मुक्ति मिल जाती है. साथ ही व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है. कुम्भ मेले के दौरान प्रयाग में कल्पवास का बहुत महत्व है. एक महीने का कल्पवास मनुष्य के सभी पाप कर्मों का नाश कर सुख, समृद्धि और मोक्ष देता है.

ज्योतिष के अनुसार देवगुरु बृहस्पति के वृषभ राशि में रहने के समय जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं तब प्रयागराज में महाकुंभ मेले की शुरुआत होती है. 2025 में यह योग है इसलिए महाकुंभ मेला प्रयागराज में लग रहा है. जिसकी शुरुआत 13 जनवरी से होगी तो समापन 26 फरवरी को होगा.

महाकुंभ का पहला शाही स्नान 14 जनवरी मकर संक्रांति के दिन होगा, उसके बाद कब कब है सभी तिथियाँ नीचे दी जा रही हैं –

शाही स्नान की तिथियाँ –

मकर संक्रांति-14 जनवरी 2025
मौनी अमावस्या-29 जनवरी 2025
बसंत पंचमी-3 फरवरी 2025
माघी पूर्णिमा-12 फरवरी 2025
महाशिवरात्रि – 26 फरवरी 2025

कुम्भ कब लगता है ?

हरिद्वार
 – सूर्य जब मेष राशि में गोचर हैं और बृहस्पति कुंभ राशि में स्थित होते हैं, तो हरिद्वार में महाकुंभ मेला का आयोजन होता है.

प्रयागराज – बृहस्पति जब वृषभ राशि में रहते हैं और सूर्य मकर राशि में गोचर होते हैं, तब प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होता है.

नासिक – सूर्य और बृहस्पति जब सिंह राशि में युत रहते हैं, तो नासिक में महाकुंभ मेले का आयोजन होता है.

उज्जैन – उज्जैन में, जिसे हम सिंहस्थ कहते हैं, बृहस्पति जब सिंह राशि में रहते हैं और सूर्य के मेष राशि में होते हैं, तब उज्जैन में महाकुंभ का आयोजन होता है.