यह छोटा स्तोत्र भगवान सूर्य के द्वादश नामों को समाहित किये हुए है. इन नामों द्वारा भगवान सूर्य की अर्चना करने से रोगो की शांति होती है. इन नामों द्वारा बारह लाल रंग के पुष्प भगवान सूर्य को अर्पित करना चाहिए. सूर्य देव को अर्घ्य दे कर इस स्तोत्र का पाठ करना चाहिए.
ॐ विकर्तनो विवस्वांश्च मार्तण्डो भास्करो रविः ।
लोकप्रकाशकः श्रीमान् लोकचक्षु ग्रहेश्वरः ॥
लोकसाक्षी त्रिलोकेशः कर्ता हर्ता तमिस्रहा ।
तपनः तापनः चैव शुचिः सप्ताश्ववाहनः ॥
गभस्तिहस्तो ब्रह्माश्च सर्वदेवनमस्कृतः ।
एकविंशतिः इत्येष स्तव इष्टः सदा मम ॥
भगवान् सूर्यनामावली
१. विकर्तन २. विवस्वान् ३. मार्तण्ड ४. भास्कर ५. रवि
६. लोकप्रकाशक ७. श्रीमान् ८. लोकचक्षु ९. ग्रहेश्वर
१०. लोकसाक्षी ११. त्रिलोकेश १२. कर्ता १३. हर्ता १४. तमिस्रहा
१५. तपन १६. तापन १७. शुचि १८. सप्ताश्ववाहन
१९. गभस्तिहस्त २०. ब्रह्मा २१. सर्वदेवनमस्कृत
इन नामों के पहले ॐ लगा लेना चाहिए यथा ॐ विकर्तनाय नम:

