वैदिक ज्योतिष में सकट योग एक बहुत बड़ा दुर्योग है. इस योग में जातक को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और धन की जिन्दगी भर समस्या बनी रह सकती है. इस योग में शारीरिक पीड़ा, मानसिक दुख, गरीबी वगैरह का सामना करना पड़ सकता है तथा साथ में सम्पत्ति नाश का योग बनता है और दरिद्रता आ जाती है. सकट योग गुरु बृहस्पति और चन्द्रमा के अशुभ स्थान में होने से बनता है. कुछ विद्वान् शुक्र से चन्द्रमा की अशुभ स्थिति से भी सकट योग मानते हैं. सकट योग तीन प्रकार के कहे गये हैं –
1- जब किसी व्यक्ति की कुंडली में सभी ग्रह पहले और सातवें भाव में होते हैं, तब सकट योग बनता है.
2- जब चंद्रमा से गुरु छठे या आठवें भाव या बारहवें में होता है तब बनता है.
3-कुछ विद्वानों के अनुसार लग्न केंद्र से गुरु बाहर रहता है और उपरोक्त स्थिति में हो तब सकट योग बनता है.
यदि कुंडली में सकट योग उपस्थित है लेकिन चन्द्रमा उच्च भावगत है या अपनी कर्क राशि में है तो सकट योग निरस्त हो जाता है. यदि चन्द्रमा नीच राशिगत हो तब भी यह योग अशुभ नहीं होता है. यदि बृहस्पति से चन्द्रमा किसी अन्य भाव में हो (6-8-12 को छोड़ कर ) और उच्च राशि में हो तो अशुभ फलदायक होता है. इस योग में भी सकट योग का अशुभ फल मिलता है. यदि सकट योग में चन्द्रमा अपने उच्च नाथ के साथ हो तो भी सकट योग निरस्त होता है और राजयोग बनाता है.
सकट योग की कुंडली –
1-धीरेन्द्र ब्रह्मचारी
धीरेन्द्र ब्रह्मचारी की कुंडली में सकट योग उपस्थित है लेकिन चन्द्रमा मीन राशि में है. लेकिन यहाँ चन्द्रमा उच्च के शुक्र के साथ स्थित है जिसकी राशि में चन्द्रमा उच्च का होता है. ऐसे में यह योग निरस्त हो गया और राजयोग प्रदायक हो गया.

2-सिंथिया एन स्टेफ़नी लॉपर
(Cyndi Lauper)एक अमेरिकी गायिका, गीतकार और अभिनेत्री हैं. जन्म कुंडली में सकट योग बना हुआ है. सिंडी लॉपर ने अपने बैंड ब्लू एंजेल का पहला एल्बम फ्लॉप होने के बाद 1981 में दिवालिया हो गईं. लॉपरपर 80,000 डॉलर का मुकदमा हुआ. लॉपर के पास अपना एल्बम रिलीज़ करने के लिए पैसे नहीं थे, इसलिए उसने दिवालियापन के लिए आवेदन किया.

3-जवाहर लाल नेहरु –
जवाहर लाल नेहरु की कुंडली में भी सकट योग बना हुआ है. लेकिन चन्द्रमा स्वगृही है इसलिए दुर्योग निरस्त हो गया है और उन्हें राजयोग प्रदान करने वाला हो गया है. जवाहर लाल नेहरु भारत के पहले प्रधानमन्त्री बने.

4-एक क्लाइंट –
मेरे इस क्लाइंट की कुंडली में भी सकट योग बना हुआ है लेकिन निरस्त नहीं हुआ है. बुध-गुरु दशा में इनका सारा बिजनेस बंद हो गया और घोर कर्ज में चली गई. ये कमोवेश सड़क पर आ गईं, इनका सामाजिक स्टेटस खत्म हो गया.


