सनातन धर्म में कार्तिक महीना बहुत शुभ और पुण्यदायक माना जाता है. यह महीना वैष्णवों का महीना है और भगवान विष्णु को विशेष प्रिय है. अक्टूबर-नवंबर महीने के बीच की अवधि में पड़ने वाले इसी कार्तिक महीने में श्री हरि भगवान विष्णु को योग निद्रा से जगाया जाता है और हरिप्रबोधिनी एकादशी होती है. हरिप्रबोधिनी एकादशी इस बार 21 नवम्बर को पड़ रही है. कार्तिक मास की शुरुआत 18 अक्टूबर शुक्रवार से हो रही है और इसका समापन 15 नवंबर शुक्रवार को होगा. इसी महीने में दीपावली का त्यौहार, गोवर्धन पूजा, अहोई अष्टमी, गोपाष्टमी, सहित तुलसी विवाह इत्यादि पर्व और व्रत पड़ते हैं. कार्तिक मास में गंगा स्नान, दीप दान, यज्ञ और अनुष्ठान अनंत फल देने वाला कहा गया हैं. कार्तिक महीने में पवित्र नदियों में स्नान करने से साधक को सभी पापों से मुक्ति प्राप्त होती है और परेशानियां खत्म होती हैं. इस मास में भगवान विष्णु की विधि पूर्वक पूजा और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना चाहिए. श्री हरि विष्णु को प्रसन्न करने के लिए पंचामृत से पूरे मास उनका अभिषेक करना चाहिए. कार्तिक के महीने में उड़द, मूंग, मसूर, चना, मटर, राई खाना पुराणों में वर्जित बताया गया है. कार्तिक मास के पवित्र महीने में मांसाहार का सेवन नहीं करना चाहिए.
कार्तिक महीने में कौन-कौन से प्रमुख त्यौहार-व्रत है यहाँ जानिये –
- 20 अक्टूबर, रविवार, करवा चौथ
- 21 अक्टूबर, सोमवार, रोहिणी व्रत
- 24 अक्टूबर, बृहस्पतिवार, अहोई अष्टमी
- 28 अक्टूबर, सोमवार, रामा एकादशी
- 29 अक्टूबर, मंगलवार, प्रदोष व्रत , धनतेरस
- 30 अक्टूबर, बुधवार , काली चौदस
- 31 अक्टूबर, बृहस्पतिवार, नरक चतुर्दशी , छोटी दिवाली
- 01 नवंबर, शुक्रवार, अमावस्या, दिवाली
- 02 नवंबर, शनिवार, गोवर्धन पूजा , अन्नकूट
- 03 नवंबर, रविवार, भाई दूज
- 07 नवंबर, बृहस्पतिवार,छठ पूजा
- 09 नवंबर, शनिवार , दुर्गाष्टमी व्रत , गोपाष्टमी
- 10 नवंबर, रविवार, अक्षय नवमी
- 12 नवंबर, मंगलवार, प्रबोधिनी एकादशी
- 13 नवंबर, बुधवार, प्रदोष व्रत , तुलसी विवाह
- 15 नवंबर, शुक्रवार, कार्तिक पूर्णिमा व्रत , गुरु नानक जयंती

