दिल्ली के संत नगर, बुराड़ी में 1 जुलाई 2018 को सामने आया, उसने बुराड़ी को दुनियाभर में सुर्खियों में ला दिया था. वह मकान जहाँ जादू-टोना और आत्माओं से सम्पर्क का प्रयास किया गया वह था बुराड़ी के संत नगर की गली नंबर-2 का मकान नंबर- 137 था. यहीं एक साथ 11 लोगों ने सामूहिक खुदकुशी की थी. Netflix ने इस केस पर एक सीरिज House of Secrets: The Burari Deaths नाम से प्रसारित किया है.
यह पुलिस के इतिहास में पहला ऐसा केस था जिसमें धारा-302 के तहत 11 सामूहिक आत्महत्या की तहकीकात शुरू हुई. न गवाह, न गुनहगार, सब एक रहस्य. एनबीटी ने सबसे पहले इस सामूहिक खुदकुशी की इनसाइड स्टोरी फैक्ट्स के साथ पब्लिश की थी.
आत्महत्या करने वाले ग्यारह लोगों में निम्नलिखित लोग शरीक थे – नारायण देवी (77), उनकी बेटी प्रतिभा (57) और दो बेटे भावनेश (50) और ललित भाटिया (45), भावनेश की पत्नी सविता (48) और उनके तीन बच्चे मीनू (23), निधि (25) और ध्रुव (15), ललित भाटिया की पत्नी टीना (42) और उनका 15 वर्ष का बेटा शिवम, प्रतिभा की बेटी प्रियंका (33) भी फंदे पर लटके मिले थे. इनमें प्रियंका की इन्हीं दिनों जून महीने में सगाई हुई थी और दिसंबर-2018 में उसकी शादी होनी थी. लगभग सभी के हाथ-पैर व मुंह बंधे हुए थे और आंखों पर रुई रखकर पट्टी बंधी थी.

पूजा स्थली से 9 मोबाइल फोन व दर्जनों ऐसे रजिस्टर मिले जिसमें आत्मा से सम्वाद, आध्यात्मिकता, मोक्ष, रीति-रिवाज और कुछ तिथियों का जिक्र था. एक साल से भी अधिक समय तफ्तीश चली. नतीजा, न साजिश, न किसी बाहरी की एंट्री. स्यूसाइड के बारे में सीबीआई की सीएफएसएल ने साइकोलॉजिकल अटॉप्सी रिपोर्ट में भी खुलासा हुआ. मौके से मिले रजिस्टर व हालात बता रहे थे कि पिता की आत्मा के अहसास पर अनुष्ठान हुआ था. आत्मा से सीधे संवाद करने की कोशिस में उन सबकी मौत हो गई.
यह कार्य कोई भी फेमिली स्वयं नहीं कर सकती थी, घर के प्रमुख में से कोई ऐसे बाबा का सत्संग करते होंगे जो काला-जादू, आत्मा से सम्पर्क जैसी ऐसी निकृष्ट बातों को प्रोपागेट करते हैं. सम्पूर्ण परिवार उन विचारों के गहरे प्रभाव में था. हालिया में मथुरा में तीन लडकियों की आत्महत्या की कहानी भी कुछ इसी प्रकार की थी. उसमे भी एक प्रमुख लड़की आत्मा से सम्पर्क की कहानी यूट्यूब पर देख कर पागल हो गई थी और उसने दो कम उम्र लड़कियों बरगला कर उन्हें भी पागल कर दिया था. अंत में तीनो ने ट्रेन के सामने कूद कर आत्महत्या कर लिया था. भारत में शातानिज्म का गहरा प्रभाव है और ऐसे धूर्त-निकृष्ट बाबा आधुनिक समय में उपराये हुए हैं जिनका धर्म से कोई दूर-दूर तक सम्बन्ध नहीं है. ये धूर्त संसार का नाश करने के लिए ही पैदा होते हैं.
बुराड़ी आत्महत्या के दिन का चार्ट कुछ ऐसा है-
1 January 2018, 7:15 am जब पड़ोसी गुरुचरण सिंह ने लाशों को देखा. पुलिस को 7:30 पर सूचना मिली.

आत्महत्या के दिन का चार्ट – दिन शनिवार, समय रात्रि -12-1 बजे
ऐसी घटनाओं में रात्रि काल ही महत्वपूर्ण होता है. आत्महत्या करने वालों ने शनिवार को रात्रि काल चुना था.


