विधानसभी की तेरह सीटों में हुए उपचुनाव में भी नरेंद्र मोदी और मोदी परिवार को बड़ी पराजय का मुख देखना पड़ा है. कुल तेरह सीटों में भाजपा किसी तरह दो सीट जीत पाई है लेकिन सबसे बड़ा झटका बद्रीनाथ धाम में लगा है. सभी वैष्णव तीर्थ क्षेत्रों अयोध्या, चित्रकूट, रामेश्वरम में लोक सभा चुनाव में भाजपा की बुरी तरह हार हुई. साकेत धाम में इनका सूपड़ा साफ़ हो गया था. उप चुनाव में बद्रीनाथ से कांग्रेस के उम्मीदवार लखपत सिंह बुटोला ने भाजपा उम्मीदवार की हरा कर बद्रीनाथ सीट को जीत लिया है.
लखपत सिंह बुटोला ने 5224 वोटों के अंतर से ये उपचुनाव जीता है. दरअसल मार्च में कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी के इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के बाद बद्रीनाथ सीट खाली हुई थी. जिसके बाद यहां पर उपचुनाव कराए गए और इस चुनाव में भाजपा की ओर से खड़े हुए राजेंद्र भंडारी को हार का सामना करना पड़ा. भारत की जनता को गुजराती ठगों का हिंदुत्व अब बेवकूफ नहीं बना सकता है. हिन्दू जाग गया है और उसे यह भलीभांति ज्ञान हो चूका है कि हिंदुत्व के नाम पर मोदी-भाजपा और आरएसएस ने न केवल उन्हें लूटा है बल्कि तीर्थ स्थलों में व्यापक पैमाने पर लूटपाट की गई है.
अयोध्या में जो हुआ है वह इनकी नास्तिकता और अधर्म को बेनकाब करता है. इन्होने हिन्दू तीर्थ क्षेत्र को भी नहीं छोड़ा है. हजारों करोड़ अयोध्या का ब्यूटीफिकेशन एक ही पानी में बह गया, 870 करोड़ में बनाई गई नई रोड 6 महीने में धराशायी हो गई और हिन्दुओं के दान से बना राम मन्दिर की छत टपकने लगी. इन्होने हिन्दुओं को मूर्ख बनाने के लिए झूठा एयरपोर्ट खोला और उस पर दो चार दिन चुनाव के खत्म होने तक फ्लाईट चलाई और उसके बाद एयरपोर्ट क्लोज कर दिया. अयोध्या रेलवे स्टेशन की छत टपकने लगी और नव निर्मित दीवार धराधायी हो गई. इन्होने जो अधर्म, पाप और व्यापक स्तर पर ठगी-लूटपाट की है उससे लगता है भगवान स्वयं नाराज हो गये और इनकी तीर्थ स्थलों में ही हार हो गई.

