बेंगलुरु के मशहूर रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट केस में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक्शन लिया है. इस केस में पुलिस ने एक बीजेपी कार्यकर्ता को हिरासत में लिया है. एनआईए ने भाजपा कार्यकर्ता साई प्रसाद को हिरासत में लिया है. साई प्रसाद को एनआईए पूछताछ के लिए ले गई है. पिछले हफ्ते एनआईए ने शिवमोगा में छापेमारी की थी. बता दें कि 1 मार्च को बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में ब्लास्ट हुआ था. इस धमाके में 9 लोग घायल हो गए थे. पुलिस सूत्रों ने कहा था कि कैफे में टाइमर का उपयोग किया गया था.
यूपीए के समय में जो धड़ाधड़ ब्लास्ट करवाए गये थे उसमे आरएसएस का ही हाथ था. इनका सम्बन्ध आतंकवादियों से अब पूर्णत: स्थापित हो चूका है. 29 सितंबर 2008 में पश्चिमी भारत में हुए बम विस्फोटों में, भारत के गुजरात और महाराष्ट्र राज्यों में तीन बम विस्फोट हुए, जिसमें 10 लोग मारे गए और 80 घायल हो गए थे. ये इलाके आरएसएस हिंदुत्व फासिज्म से पीड़ित इलाके हैं. महाराष्ट्र के मालेगांव में दो बम विस्फोट हुए, जिसमें नौ लोग मारे गए, जबकि मोडासा में एक और विस्फोट हुआ जिसमे एक की मौत हो गई थी. इस ब्लास्ट में आरएसएस से जुड़ी साध्वी प्रज्ञा प्रमुख नाम है जिसका आज भी केस चल रहा है. आरएसएस गैंग के कई नेता गिरफ्तार हुए थे जिन्हें मोदी ने सत्ता में आने के बाद केस पर लीपापोती करके उन्हें मुक्त कर दिया था.

जम्मू-कश्मीर में हालिया में पकड़ा गया तालिब हुसैन लश्कर-ए-तैयबा का एक वांछित आतंकवादी भाजपा का सक्रिय सदस्य था. वह जम्मू में पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के सोशल मीडिया प्रभारी था. उसके कब्जे से दो एके राइफलें, कई ग्रेनेड और अन्य हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया. पिछले दिनों केरल पुलिस ने कन्नूर जिले के पोयिलूर क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक नेता के आवास से 700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक बरामद किया है. आरएसएस-भाजपा एक देशद्रोही संगठन हैं जो राज्यों में सत्ता प्राप्ति के लिए आतंकवादी गतिविधियों को भी अंजाम देते हैं. इनका कोई धर्म नहीं है, ये फासिस्ट विचारधारा पर चलते हैं.

