दिवंगत हो गये पंजाब के सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose wala) की मां चरण कौर (Charan Kaur) ने पिछले दिनों 58 साल की उम्र में एक बेटे को जन्म दिया था. खबर सबके लिए हैरान करने वाली थी और माता की उम्र के कारण चर्चा में है. दरअसल अपने इकलौते बेटे को खोने के बाद मूसेवाला के माता-पिता ने अपने दूसरे बच्चे को जन्म देने के लिए इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (In-Vitro Fertilization, आईवीएफ) का सहारा लिया . सिद्धू मूसेवाला की 29 मई 2022 को पंजाब के मनसा जिले में हत्या कर दी गई थी.
आईवीएफ द्वारा सबसे ज्यादा उम्र में मां बनने वाली महिला होने का विश्व रिकॉर्ड दो भारतीय महिलाओं के नाम है. एर्रामत्ती मंगम्मा के पास वर्तमान में सबसे उम्रदराज जीवित मां होने का रिकॉर्ड है, जिन्होंने भारत के हैदराबाद शहर में सिजेरियन सेक्शन के माध्यम से आईवीएफ के माध्यम से 73 वर्ष की आयु में बच्चे को जन्म दिया. उन्होंने जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया, जिससे वह जुड़वां बच्चों को जन्म देने वाली सबसे उम्रदराज मां भी बन गईं. सबसे उम्रदराज़ जीवित मां होने का पिछला रिकॉर्ड भारत के अमृतसर की दलजिंदर कौर गिल के नाम था, जिन्होंने 72 साल की उम्र में आईवीएफ के माध्यम से एक बच्चे को जन्म दिया था.
हालांकि अधिक उम्र में गर्भधारण होने पर मां के साथ कई चिकित्सीय जोखिम जुड़े होते हैं. प्रीक्लेम्पसिया (एक प्रकार का उच्च रक्तचाप जो गर्भावस्था के दौरान विकसित होता है जो जीवन के लिए खतरा बन सकता है), गर्भकालीन डायबिटिज, एक्टोपिक गर्भावस्था (जब भ्रूण गर्भाशय के बाहर जुड़ा होता है), सिजेरियन डिलीवरी की आवश्यकता का अधिक जोखिम, गर्भपात, गंभीर रक्त हानि प्रसव के दौरान मां के लिए कुछ अंतर्निहित जोखिम होते हैं. हार्ट की विफलता और संक्रमण के प्रति संवेदनशीलता में जीवन के लिए खतरा पैदा करने वाले जोखिम कारक जोड़े जा सकते हैं.

