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नरेंद्र मोदी स्वतंत्र भारत का सबसे भ्रष्ट और करप्ट पीएम सिद्ध हो चूका साथ में यह अधर्मी भी सिद्ध हो चूका है. इलेक्टोरल बांड इसके अधर्मी चरित्र को भी उजागर करता है. मीडिया की खबर और विश्लेषण के बाद यह बात आई है कि इलेक्टोरल बांड के जरिये बीफ एक्पोर्ट करने वाली कम्पनी से मोदी ने 250 करोड़ लिए हैं. गौरतलब है कि मोदी के पीएम बनने के बाद एक तरफ तो बीफ..बीफ ..बीफ का शोर सुनाई पड़ा और इसका जिम्मेदार मुस्लिम को बताया गया तथा उन पर लिंचिंग की घटनाएँ होने लगी, दूसरी तरफ बीफ एक्सपोर्ट बहुत तेजी से बढ़ा और भारत बीफ एक्सपोर्ट में नम्बर एक हो गया. बीफ के अनेक मामलो में भाजपा के नेता, विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के नेता शरीक पाए गये. मीडिया की खबर और विश्लेषण के बाद यह बात आई है.

दरअसल इलेक्शन कमीशन की इलेक्टोरल बॉन्ड ( ECI Electoral Bond List ) वाली लिस्ट में दो कंपनियां ऐसी हैं, जो ‘बीफ’ एक्सपोर्ट करती हैं. दोनों कंपनियों ने मिलकर इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए मोदी को गौकशी को बढ़ावा देने के लिए 250 करोड़ से ज्यादा रुपये डोनेट किए हैं. दोनों कंपनियां एक ही ग्रुप से जुड़ी हैं. इलेक्शन कमीशन की लिस्ट में अल्लाना संस प्राइवेट लिमिटेड ( Allanasons Private Limited ) और फ्रीगोरीफिको अलाना प्राइवेट लिमिटेड नाम की दो कंपनियां हैं. दोनों कंपनियां अल्लाना ग्रुप ऑफ कंपनीज का हिस्सा हैं. अल्लाना संस प्राइवेट लिमिटेड पर अप्रैल 2019 में मोदी सरकार ने इनकम टैक्स की रेड डाली थी. इनकम टैक्स अधिकारियों ने बताया था कि ये कंपनी भारत में भैंस के गोश्त को एक्सपोर्ट करने वाली सबसे बड़ी कंपनी है. रेड के दौरान कंपनी पर करीब दो हजार करोड़ रुपये की टैक्स चोरी के आरोप लगे थे. अल्लाना संस प्राइवेट लिमिटेड प्रोसेस्ड फूड के मामले में देश के टॉप एक्सपोर्टर्स में हैं. कंपनी गाय-भैंसे का फ्रोजेन गोश्त, चिल्ड वैक्यूम पैक्ड गाय-भैंसे का गोश्त, गाय-भैंस के जमे हुए अंदरूनी हिस्से, और भेड़, मेमने का गोश्त एक्सपोर्ट करती हैं. इस कम्पनी का मालिक मुस्लिम है और डायरेक्टर मिलिंग पिंगले नाम का एक हिन्दू है.