पुराणों के अनुसार दक्ष यज्ञ में वैदिक आर्य देवता विष्णु के अंश और द्वादश आदित्यों में एक पूषा देवता के दांत तोड़े गये थे. दक्ष यज्ञ विध्वंश के समय भगवान शिव के आदेशानुसार वीरभद्र ने पूषा देवता के दांत तोड़े और अनेक देवताओं पीटा भी, यह भी एक वैदिक धर्म एक इतिहास है. जब से पूषा देवता के दांत टूटे हैं तब से वे पीसान (आटा) का घोल पीते हैं या आटा का पिष्ठ ही खाते हैं. भागवत पुराण में वर्णन है कि पूषण देवता को पीसान का भोग अर्पित किया जाता है.
पूषानपत्य: पिष्टादो भग्नदन्तोऽभवत्पुरा ।
योऽसौ दक्षाय कुपितं जहास विवृतद्विज: ॥ -भागवत-९-१४-४३
पूषन भोग के देवता हैं . ऐसा वैदिक ज्योतिष में माना गया है कि पूषा रेवती नक्षत्र के देवता हैं. बुद्ध इस नक्षत्र का स्वामी है. मीन राशि में रेवती नक्षत्र के चारो पाद स्थित हैं. यह एक मृदु गण्ड संज्ञक नक्षत्र है. यह एक शुभ, सात्विक, स्त्री नक्षत्र माना गया है. इसकी जाति शूद्र, योनि गज, योनि वैर सिंह, देव गण तथा नाड़ी आदि है. यह पूर्व दिशा का स्वामी मान्य है. इस नक्षत्र के चौथे चरण में पैदा हुए जातक अनेक मुसीबतों में पड़ते हैं, कई बार जीवन भी मुश्किल में पड़ जाता है. रेवती नक्षत्र के चौथे चरण का मीन राशि में 26:40 से 30:00 अंश तक विस्तार है, इसका नवांश मीन में पड़ता है. यदि ये जातक जीवित बच जाते हैं तो उन्हें जीवन में प्रतिष्ठा, ऐश्वर्य और समस्त भोगों की प्राप्ति होती है. इन जातकों को मुक्ति भी प्राप्त होती है. जन्मकालीन चन्द्रमा यदि रेवती चतुर्थ पाद में हो और बुध अष्टम, द्वितीय या षष्टम हो तो जातक के दांत को खतरा होता हैं. मंगल या द्वितीयेश द्वारा दृष्ट हो तो दुर्घटना, मारपीट या गिरने से जातक के दांत टूट जाते हैं.
यह असीम ऐश्वर्य प्रदान करने वाला नक्षत्र माना जाता है. लेकिन यह नक्षत्र उदात्त दार्शनिकता, आध्यात्मिक जीवन और मोक्ष का नक्षत्र भी है. पूषन वैदिक देवता हैं , इनसे अनेक ऋचाओं में सत्य की प्राप्ति के लिए प्रार्थना की गई है हिरण्मयेन पात्रेण सत्यस्यापिहितं मुखम्।
तत् त्वं पूषन्नपावृणु सत्यधर्माय दृष्टये ॥
सत्य का मुख चमकीले सुनहरे पात्र से ढका हुआ है; हे पूषन! सत्य के साक्षात् दर्शन के लिए तू वह मायिक आवरण मेरे लिए हटा दे.
वेदों में पूषा रक्षक हैं, पालक हैं, अन्न धनादि प्रदाता होने के साथ ज्ञान के प्रकाशक और मुक्तिदाता भी हैं. आदित्यों में पूषा सबसे सौम्य आदित्य हैं और विष्णु के स्वरूप हैं.

