आंध्र प्रदेश में स्थित तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के सहयोग से हिंदू धर्म प्रचार परिषद (एचडीपीपी) के तत्वाधान में आयोजित तीन दिवसीय श्री वेंकटेश्वर धर्मिक सम्मेलन शनिवार को श्रीवारी स्थान मंडपम में शुरू हो गया. सम्मेलन के पहले दिन कुल 25 पीठाधिपति शामिल हुए. देश भर के विभिन्न मठों के मठाधीश, धार्मिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला के माध्यम से हिंदू सनातन धर्म को अधिक प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने पर विचार-विमर्श करेंगे. टीटीडी के अध्यक्ष भुमना करुणाकर रेड्डी ने कहा कि सम्मेलन भारत में आध्यात्मिक आंदोलन लाएगा और मानवीय मूल्यों एवं भक्ति आंदोलन को पुनर्जीवित करने में मदद करेगा. पहले दिन, धार्मिक नेताओं ने सर्वसम्मति से वकालत की कि टीटीडी अकेले ही हिंदू सनातन धर्म के अभियान का नेतृत्व कर सकता है और भावी पीढ़ियों के लिए इसकी पवित्रता बनाए रख सकता है.

टीटीडी के अध्यक्ष भुमना करुणाकर रेड्डी ने कहा कि बोर्ड कई दशकों से धार्मिक गतिविधियों की एक श्रृंखला में कर रहा है और पीठाधिपतियों और हिंदू धार्मिक प्रमुखों के सुझावों के अनुसार हिंदू धर्म का महिमामंडन करने के लिए हमेशा तैयार है. इसका उद्देश्य इसे हिंदू धर्म के प्रसार कार्य को आन्दोलन में बदलना और पूरे देश में धर्म का प्रचार करना है. सम्मेलन में लिए गए निर्णय हिंदू धर्म प्रचार परिषद को और मजबूत करेंगे और धर्म का प्रसार प्रसार करेंगे. टीटीडी कई आध्यात्मिक, धर्मार्थ और सामाजिक कार्यक्रम आयोजित कर रहा है.

