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राहु-केतु को एक मायावी दानव ग्रह माना गया है. मायावी दानव के जो जो गुण हिन्दू शास्त्रों में बताये गये हैं वह राहु-केतु पर लागू होता है. पुराणों में तामसिक दानव माया, झूठ, छल, ठगी, धोखा, हत्या, दंगा, लूटपाट, अत्याचार, बलात्कार, अपहरण इत्यादि करते चित्रित किये गये हैं. ये सभी गुण मायावी छाया ग्रहों राहु-केतु में पाए जाते हैं. छाया ग्रह कहने का तात्पर्य क्या है? इसका तात्पर्य है कि यह आसुरी शक्ति अस्तित्व में तो है परन्तु उसकी उपस्थिति ठोस नहीं है, वह एक छाया रूप में है जिसे पकड़ा नहीं जा सकता. ये छाया ग्रहों के चरित्र में फोबिया फ़ैलाने और घटनाओं को अकस्मात और एक सीरिज में अंजाम देने का विशेष गुण होता. यह घटना चक्र तब तक चलाते रहते हैं जब तक कि वह अंजाम तक नहीं पहुंचता. राहु- केतु लूटपाट करके बड़े धन संग्राहक भी होते हैं (hoarders ) लेकिन ये विपरीत स्थिति भी पैदा करते हैं और बड़ा धन नाशक भी बन जाते हैं.

मायावी होने के कारण इन ग्रहों से प्रभावित व्यक्ति माया, झूठ, छल, ठगी, धोखा, हत्या, दंगा, लूटपाट, अत्याचार, बलात्कार, अपहरण इत्यादि करते हैं. राहु प्रभावित व्यक्ति ही अंडरग्राउंड गतिविधियों, ड्रग कार्टेल, देह व्यापार इत्यादि करने वाले होते हैं. इसके अशुभ प्रभाव में व्यक्ति का चरित्र एक बहुरुपिया की तरह होता है, वो नित नये रूप बनाता है, उसका सब कुछ झूठ पर आधारित होता है. वह अपने झूठ से ही प्रपंच करता है, झूठ का विस्तार करता है और जनता को ठगता है. यह सभी गुण वर्तमान हिंदुत्व फासिस्ट रिजीम में स्पष्ट रूप से दृष्टिगोचर होता है. हालिया में छपी वर्ल्ड-इकोनोमिक फोरम (WEF) की एक रिपोर्ट में यह स्पष्ट रूप से सामने आया है. भारत दुनिया में नम्बर एक देश बन गया है जहाँ झूठ और गलत सूचनाओ का बोलबाला है.


भारत के चंद गुजराती बनियों द्वारा नियंत्रित गोदी मीडिया 24×7 सिर्फ झूठ और गलत जानकारियों (Misinformation) का प्रसार करती है. भाजपा की सारी आईटी-सेल और पार्टी के बड़े बड़े नेता भी इस काम को सोशल मीडिया पर 24×7 सम्पादित करते हैं. झूठ और फेक-न्यूज फैलाते रोज ही पकड़े जाते हैं और सोशल मीडिया पर उनकी छिछालेदर होती रहती है. इस झूठ और फेकन्यूज द्वारा हिंदुत्व फासिस्ट सरकार जनता को बरगला कर न केवल उन्हें साम्प्रदायिक दंगों में झोंकती है बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर लूटपाट को बढ़ावा देती है और नियम-कानून को तक पर रख कर गुजरात के बड़े बड़े बनियों का काम करती है.

गुजरात के बड़े कार्पोरेट गौतम अडानी ने इस झूठ के प्रसार के लिए हजारो करोड़ भाजपा को फंड किया है. हिंडनबर्ग द्वारा एक्सपोज किये जाने के बाद अडानी ने झूठ के विस्तार के लिए ही NDTV और ANI जैसे मीडिया हाउसेज को खरीदा. गुजरात के ही मुकेश अम्बानी जिन्हें अडानी ने अब दूसरे नम्बर पर धकेल दिया है, वो भारत की TV-18 ग्रुप के प्रमुख मीडिया चैनलों के मालिक हैं. एकतरह से देखें तो भारत के झूठ और मिस-इन्फोर्मेशन फ़ैलाने वाले सभी चैनल कुल दो-चार लोगों द्वारा नियंत्रित है. ये सभी वर्तमान में फासिस्ज्म समर्थक हैं. एकतरह से नरेंद्र मोदी का सारा तंत्र इस काम में पुरे जी जान से संलग्न है.