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आज का पंचांग –

वारः शुक्रवार विक्रम संवतः 2080 शक संवतः 1945 माह/पक्ष: पौष मास – शुक्ल पक्ष. तिथि :नवमी, शाम 19:51 मिनट तक. तत्पश्चात दशमी रहेगी .

चंद्र राशि: मेष राशि रहेगी . चंद्र नक्षत्रः भरणी नक्षत्र रहेगा . योग : रवियोग अहोरात्रि.अभिजित मुहूर्तः दोपहर 12:10 से 12: 53 तक . विजय मुहूर्त-14:18 से 15:01 तक. नवमी में दुर्गा पूजन का शुभ कार्य करें.

सूर्योदयः प्रातः 7:12 सूर्यास्तः सायं 5:52, गुलिक काल: प्रात: 8:32 से 9:52 तक. राहूकालः दोपहर 11:12 से 12:32 बजे तक. यमघंट:15:12 से 16:32 तक है. तीज त्योहार : कोई नहीं है. पंचकः नहीं है.

चौघड़िया महूर्त बिजनेस, स्टॉक एक्सचेंज और धन संग्रह इत्यादि के लिए अलग से बनाया गया है. यह धूर्तों का तिकड़म है. इसमें ही लूटपाट-होर्डिंग करने के लिए अमृतकाल इत्यादि मुहूर्त निकाले जाते हैं. राममन्दिर कार्यक्रम में सारा देश देख ही रहा है कि हिंदुत्व की दृष्टि में महूर्त इत्यादि कुछ नहीं होते और जो कॉनमैंन और धूर्त ब्राह्मण पूजा पाठ करा रहे हैं उनकी दृष्टि में भी मुहूर्त इत्यादि कुछ नहीं होते. बल्कि उनकी दृष्टि में हिन्दू धर्मशास्त्र का भी कोई मूल्य नही है. स्वेच्छाचार को अपनाएं और सुविधा के अनुसार करें. जिस बड़े दिग्गज पंडित ने मन्दिर प्राणप्रतिष्ठा का मुहूर्त निकाला था वह एक धूर्त दक्षिण भारतीय पंडित था. देश में जितने पंचांग इस वर्ष के छपे हुए हैं उसमे 22 जनवरी को कोई मुहूर्त नहीं है. इससे स्पष्ट है कि या तो हर वर्ष करोड़ों की संख्या में पंचांग निकालने वाले धूर्त हैं या राममन्दिर की पूजा पाठ कराने वाले धूर्त हैं. पौष मास एक शून्य मास है.
प्रतिदिन सामान्य पंचांग देने का प्लान किया जा रहा है लेकिन चौघड़िया महूर्त नहीं दिया जाएगा, स्वेच्छा से लूटपाट का अमृतकाल समय स्वयं चुने, उसमे पंडित की जरूरत नहीं.