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सनातन धर्म में आस्था रखने वाले धार्मिक हिन्दू अब भाजपा-संघ की गंदी मन्दिर राजनीति से तंग होते जा रहे हैं. भाजपा संघ का धर्म, मन्दिर की पवित्रता और जनता की आस्था से कोई लेना देना नहीं है. इस अधर्मी संगठन ने मन्दिरों को चुनावी प्रचार का माध्यम बना लिया है. धर्म इनके लिए आस्था का विषय नहीं है, यह राजनीतिक शक्ति प्राप्त करने का माध्यम भर है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए हाथ में ब्रश लेकर जटाशंकर स्थित श्री विश्वकर्मा भगवान पंचायत मंदिर की दीवार पर भाजपा का चुनाव चिन्ह कमल का फूल बनाया और इस बार भाजपा चार सौ पार का नारा दिया. यही काम अन्य पार्टियाँ भी करने लगे तो भाजपा सवाल करेगी कि मन्दिर को राजनीति का अखाड़ा बनाया जा रहा है. भाजपा योगी की यह हरकत बेहद निंदनीय है.

हम सभी हिन्दू इसका पुरजोर विरोध करते हैं. हम मन्दिरों को भाजपा का चुनावी अखाड़ा नहीं बनने देंगे. अधूरे बने शिखरविहीन राम मन्दिर में प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन कर भाजपा संघ ने अपने अधर्मी स्वरूप को दुनिया को दिखा दिया है और यह बताया है कि भाजपा का धर्म से कोई लेना देना नहीं है.

मन्दिरों, तीर्थों और धर्म की पवित्रता की रक्षा के लिए इन लालची राजनीतिक हिंदुत्व-अधर्मियों का सनातनी हिन्दू वहिष्कार करे. सनातन धर्म के मन्दिर और तीर्थों की पवित्रता की रक्षा करना हर हिन्दू का कर्तव्य है.