
अयोध्या राम मन्दिर क्या उसी बाबरी मस्जिद स्थल पर नहीं बन रहा है ? लोगों ने गुगल मैप की लोकेशन शेयर कर यह बात सोशल मीडिया पर सामने रखी है. गौरतलब है नरेंद्र मोदी सरकार हर काम गुप्त तरीके से करती है उसमें पारदर्शिता नहीं होती है. यह चौर्य वृत्ति आरएसएस कार्यकर्ता का मौलिक चरित्र है. सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद मन्दिर के आसपास के सब इलाके खाली करा दिए गये थे. यह बात छुपाई गई कि मन्दिर बाबरी मस्जिद के गिराए गये ढांचे से 3 किलोमीटर दूर बन रहा है. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मन्दिर उस 60 एकड़ जमीन पर बन रहा है जिसे कांग्रेस शासन में नरसिंह राव सरकार ने मन्दिर के लिए आवंटित किया था. नीचे दूसरा वीडियो में यह बात रखी गई है.
शिवसेना ने हमलावर रुख अख्तियार करते हुए पूछा है कि जहाँ भगवान का जन्म हुआ था वहां मन्दिर न बन कर मन्दिर 3 किलोमीटर दूर क्यों बन रहा है ? जब 3 किलोमीटर दूर मन्दिर बनाना था तो मस्जिद क्यों गिराई? दंगों में देश को क्यों झोंका? हजारों लोगों की मृत्यु का जिम्मेदार कौन है ? ऐसे सवाल उठाये जा रहे हैं.