पुरी शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी निश्चलानन्द जी ने इस वीडियों में सूर्योपासना और छठी माता या षष्टी देवी का रहस्य की तरफ इंगित किया है. उन्होंने मन्त्र रहस्यों की तरफ भी इंगित किया है. उनका कहना है गायत्री जप में अधिकृत व्यक्ति छठी देवी की स्वयंमेव आराधना कर लेते हैं क्योंकि गायत्री देवी भी हैं और सूर्यरूप भी हैं.
षष्ठी देवी तिथि की अधिष्ठात्री हैं साथ में सूर्य-चन्द्र के साथ भी उनका घनिष्ठ सम्बन्ध है. इस रूप में छठी माता की चार दिन की पूजा न केवल सूर्योपासना है बल्कि शक्ति की उपासना भी है.

