कल रविवार 12 नवम्बर को शुभ दीपावली है. कल ये पांच काम अवश्य करना चाहिए. इसमें कुछ दीवाली की पूजा परम्परा का हिस्सा है. ये छोटे छोटे काम हैं जो लक्ष्मी के आगमन के लिए किये जाते रहे हैं .
1- दीपावली के दिन सूर्योदय से एक अखंड दीपक दूसरे दिन सूर्योदय तक जलाएं. हिन्दू धर्म 24 घंटा एक सूर्योदय से दूसरे सूर्योदय तक होता है. घर के दरवाजे पर स्वस्तिक और शुभ लाभ आवश्य बनाएं.
2-लक्ष्मी पूजन के बाद लक्ष्मी मन्त्र का 11 माला जपें. कोई भी मन्त्र यथा –
*ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नम:
*ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम: अथवा ॐ कमलायै नम:
कोई भी मन्त्र का 11 , 21 या ४१ माला जप करें. अधिकस्य अधिकं फलम् .
3-महालक्ष्मी सहस्रनाम, ललिता सहस्रनाम, श्री सूक्त में से कोई का पाठ पूजा में जरुर करें
4-लक्ष्मी पूजन सम्पन्न करके 5 कमलगट्टे , 1 खड़ी हल्दी, थोड़ा खड़ा धनिया, खड़ी सुपाड़ी, 1 सिक्का अपने घर के तिजोरी में लाल कपड़े में रखें.
5-दीवाली की रात्रि के उपरान्त भोर में सूर्योदय से पूर्व घर की सफाई कर कूड़े को चुपके से घर से बाहर फेंक कर आयें. इस मौके पर कुछ जगह सूप बजाने की परम्परा भी है. सूप लक्ष्मी की बड़ी बहन दरिद्रा या ज्येष्ठा धारण करती हैं .
।श्रीर्मस्तु।

